जो मुसलमानों ने बोया वो काट रहे है

 जो बोया वो काट रहे हो,14 अगस्त इसका मिसाल है, कट्टरपंथियों के वजह से हजारों - लाखों जानें गई थी देश के बटवारा में,छीन के रहेंगे पाकिस्तान का नारा फिर कत्लेआम ये सारी चीज़े हिंदू - मुस्लिम में दरार पैदा कर दी थी जिसकी कीमत आज मुसलमान चुका रहा है 

कानपुर की घटना इसका उदाहरण है, जब एक बच्ची चिल्ला रही है पापा को न मारो पापा को न मारो फिर भी कुछ गुंडे जबरदस्ती जय श्री राम का नारे लगवा मार रहे है ,


और आज जो हालत है ये दर्शाता है की को सनातनी ( हिंदू) जो सर्वे भवन्तु सुखिन जानता था 

जो गंगा जमुनी तहजीब मानता था ,

आज वो भी कट्टर हो गया है और यही हालात रहा तो यह देश हिंदू पाकिस्तान बनने के तरफ अग्रसर है ,

जब आप इसकी जड़ में जायेंगे तो काफी कमियां नजर आएंगी , चाहे कश्मीर में हुआ नर संहार हो या गुजरात कांड से पहले गोधरा मे आग 54 कार सेवकों को जिंदा जलाना ,


समस्या यह है की मुसलमान जब तक अपना आदर्श , आजम खां, ज़ाकिर नाइक, ओवैसी भाइयों में ढूढेगा , उसका रिएक्शन हिंदू और कट्टर होता जायेगा जो दुनिया का सबसे सहिशुन माना जाता था,

मै जब भी आरिफ मोहम्मद साहब को सुनता, देखता हु तो लगता है की मुसलमानों को गर्व करना चाहिए की इतना इंटेलेक्चुअल मुस्लिम नेता है उनके पास लेकिन 80% मुसलमान पढ़ना तो दूर उन्हे जानते तक नहीं , दो नाव में पैर रख आप सेकुलर नही बन सकते , ना जाने कितने हमले झेले है आरिफ मोहम्मद साहब ने आपको समझना पड़ेगा क्रिया की प्रक्रिया कभी न कभी जरूर होती है और अब वो दौर आता दिख रहा है उम्मीद करता हु की आप अपना नेता सोच - समझ कर चुनेंगे जो इस महान भारतवर्ष को कट्टरपंथियों से दूर ले जा सके चाहे वो हिंदू कट्टरपंथी हो या मुस्लिम !!

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