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TRP के लिए चैनल कुछ भी करने को तैयार

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 एक IIT पढ़ा व्यक्ति अध्यात्म के तरफ जाकर खुद को संसार से अलग कर लिया था लेकिन कुंभ में उसको फिर खींच कर उसी मोह -माया में धकेल दिया गया उसके अंदर एक कमी थी वो था नशा उसके पीछे भी कई कारण हो सकते हैं छोड़िए लेकिन हां वो कोई ज्योतिषी नहीं था तो उससे यह प्रश्न पूछना मैच कौन जीतेगा यह मूर्खतापूर्व था जिसने उसके जीवन को तबाह कर दिया..। उसके बाद एक पूरी लॉबी लामबंद होकर उसके खिलाफ हो गई.. उसको पाकिस्तानी एजेंट, उसको ढोंगी और न जाने कितने ताने दिए गए, चलिए यहां तक तो ठीक था लेकिन एक चैनल में बुला IIT बाबा को इस प्रकार टॉर्चर करना चारों तरफ से कुछ भगवाधारियों के द्वारा घेर कर अभद्रता करना, कथित तौर पर न्यूज रूम के दरवाजे बंद कर उसे कैद कर देना ये कहां तक उचित था..? उसके एक धर्माचार्य कह रहे थे अरे तुम संत हो , ये संत के लक्षण है  उन्होंने शास्त्र में लिखे " संत हृदय नवनीत समाना " का भी जिक्र किया लेकिन जब ये धर्माचार्य IIT बाबा के साथ अभद्रता कर रहे थे उस समय चैनल को बार - बार #बीप लगाना पड़ा था मतलब इनके शब्द ऐसे थे जो चैनल अपने दर्शकों को सुना नहीं सकता था.. IIT बाबा की लाख बुराई ...

सनातन,हिंदुओ की आस्था क्या मजाक बनकर रह गई है ?

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क्या सच में इस देश में हिन्दुओं की आस्था मजाक बनकर रह गई है..? जहा इस देश में हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग जोर-शोर से उठाई जा रही हो,जिस देश में श्री राम के नाम मात्र लेने से एक पार्टी सत्ता में आ जाती है और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन जाती है, उस देश में श्री रामचरितमानस की प्रतियां जलाई जाती है और ऐसी जाहिलियत के मुख्य आरोपी स्वामी प्रसाद मौर्य की गिरफ़्तारी अब तक नहीं । इस देश में प्रधानमंत्री के गद्दी पर हिंदू हृदय सम्राट नरेंद्र मोदी जी काबिज है  और उत्तरप्रदेश के गद्दी पर एक महंत बैठे है उसके बावजूद भी उत्तरप्रदेश के राजधानी लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाई जाती है और अब तक स्वामी प्रसाद मौर्य की गिरफ्तारी नहीं होती , मुझे याद है यही योगी जी के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया के खिलाफ पुलिस की 4 टीमें लगा दी जाती है, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस 24 घंटे भदौरिया के पीछे लग जाती है जब भदौरिया नही मिलते है तो उनके घर कुर्की नोटिस का चस्पा कर दिया जाता है और फिर गिरफ़्तारी हो जाती है  मुझे याद है मोदी जी के खिलाफ़ विवादित टिप्पणी को लेकर निर्दलीय व...

बदले की राजनीति का दौर देश के लिए कितना खतरनाक

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बीजेपी जो बदले की राजनीति का दौर शुरू कर रही है आने वाले समय में देश के लिए काफी खतरनाक साबित होने वाला है आजम खान के मामले में भी यही देखने को मिल रहा है आजम खान को अब तक 88 मामले में ज़मानत मिल गई है  लेकिन फिर भी वो जेल से बाहर नहीं आ पा रहे है इसका कारण रोजाना उन पर एक नया मुकदमा दर्ज हो जाना है, सुप्रीम कोर्ट  ने कल उत्तरप्रदेश सरकार पर तल्ख टिप्पणी करते हुए पूछा की एक केस में बेल मिलते ही नया केस क्यों दर्ज हो जा रहा है आपको बता दे कि आजम खान पर बकरी व भैंस चोरी , गल्ले से पैसा चोरी ,बूढ़ी माँ से ज़ेवरात चोरी , और ना जाने कितने ऐसे केस दर्ज है जो देख लगता है की एक नेता को पूरी तरह फसाने की साजिश रची जा रही हो , और ऐसा नहीं है की बदले के राजनीति का दौर केवल बीजेपी राज्यो तक ही सीमित है अब बीजेपी ने जो बोया है वो काट रहे है और यही कारण है की आज राणा दंपति को भाग कर दिल्ली आना पड़ा, जिन पर महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगा जो की पूरी तरह राजनीति से प्रेरित आरोप और केस है  बीजेपी के एक नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को केजरीवाल प...

हत्यारे पुलिस वाले

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 "विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र Vs विश्व का सबसे पुराना लोकतंत्र"                                             👇 इस हेडिंग का मतलब क्या है मैं कुछ एग्जांपल के साथ समझाना चाहूंगा, अमेरिका का एक शहर नाम "मिनिएसोटा" में 2 अमेरिकी पुलिस कर्मियों द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति को मार दिया जाता है परिणाम स्वरूप पूरा अमेरिका सड़को पर आ जाता है और अमेरिका पुलिस घुटनों पर बैठ माफी मांगनी पड़ती है यह मैं विश्व के सबसे ताकतवर और पुराने लोकतंत्र अमेरिका की बात कर रहा हु, अब बात करते है भारत के पुलिस की...... आरोपों के अनुसार गोरखपुर में 6 पुलिस वाले आधी रात को नशे की हालत में एक होटल में घुसते है  मनीष गुप्ता जो की सो रहे होते है उनको जबरन उठाया जाता है वो पुलिस वालो से उठाने और इतनी रात को चेकिंग करने का कारण पूछते है फिर क्या था पुलिस ताबातोड़ उनपर लात - घुसो की बारिश कर देती है बंदूक के बट से उनके सिर पर वार किया जाता है सिर से खून बहने के कारण गुप्ता जी की मौत हो जाती है मामला बढ़ता...

जो मुसलमानों ने बोया वो काट रहे है

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 जो बोया वो काट रहे हो,14 अगस्त इसका मिसाल है, कट्टरपंथियों के वजह से हजारों - लाखों जानें गई थी देश के बटवारा में,छीन के रहेंगे पाकिस्तान का नारा फिर कत्लेआम ये सारी चीज़े हिंदू - मुस्लिम में दरार पैदा कर दी थी जिसकी कीमत आज मुसलमान चुका रहा है  कानपुर की घटना इसका उदाहरण है, जब एक बच्ची चिल्ला रही है पापा को न मारो पापा को न मारो फिर भी कुछ गुंडे जबरदस्ती जय श्री राम का नारे लगवा मार रहे है , और आज जो हालत है ये दर्शाता है की को सनातनी ( हिंदू) जो सर्वे भवन्तु सुखिन जानता था  जो गंगा जमुनी तहजीब मानता था , आज वो भी कट्टर हो गया है और यही हालात रहा तो यह देश हिंदू पाकिस्तान बनने के तरफ अग्रसर है , जब आप इसकी जड़ में जायेंगे तो काफी कमियां नजर आएंगी , चाहे कश्मीर में हुआ नर संहार हो या गुजरात कांड से पहले गोधरा मे आग 54 कार सेवकों को जिंदा जलाना , समस्या यह है की मुसलमान जब तक अपना आदर्श , आजम खां, ज़ाकिर नाइक, ओवैसी भाइयों में ढूढेगा , उसका रिएक्शन हिंदू और कट्टर होता जायेगा जो दुनिया का सबसे सहिशुन माना जाता था, मै जब भी आरिफ मोहम्मद साहब को सुनता, देखता हु तो लगता है क...

उत्तरप्रदेश में लोकतंत्र की हत्या

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आप उत्तरप्रदेश में गुंडाराज को लेकर विपक्ष को घेरने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते.... लेकिन ज़िला पंचायत अध्यक्ष एवम् ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में जो भयावह स्थिति देखने को मिली है इसका कसूरवार कौन ? लगभग 15 से 20 जिलों में भयंकर नजारा देखने को मिला है इन चुनावों में कहीं मारपीट की खबरे आई ,तो कही लाठी चार्ज व गोलियां चलने की  राम राज्य में विपक्ष की महिला प्रत्याशी के साड़ी खोलने की वीडियो तक सामने आ चुकी है  एबीपी के पत्रकार को रिपोर्टिंग करते हुए पीछे से हमला होता है उसे घायल कर दिया जाता है की वो वीडियो ना बना सके और लोकतंत्र की हत्या का खेल चलता रहे , आजतक के पत्रकार को मारा जाता है इसके हाथ से खून आने लगता है जिन पत्रकारों के हाथ में लोकतंत्र में कलम की ताकत दी, जिन हाथों से वो खबरे लिखते है माइक पकड़ खबरें सुनाते है ,उन हाथो को योगी राज्य में काटा जा रहा है, प्रत्याशियों के पर्चा छीना जाता है , उनके पर्चे फाड़ दिए जाते है और कानून के रक्षक वहा मूक दर्शक बने रहते है  तो साहब लोकतंत्र कहा रह गई है , आप पत्रकारों को सच दिखाने नही देना चाहते , आप विपक्ष को चुनाव लड़ता नही ...

दहेज प्रथा को कैसे ख़त्म किया जा सकता है

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 कल मैंने कही पढ़ा जो लाइन मुझे अच्छी लगी तो इस फेसबुक के माध्यम से आपतक शेयर करना चाहता हु  लाइन कुछ इस प्रकार थी  अगर कोई औरत बीके तो वेश्या कहलाती है  लेकिन अगर कोई मर्द बिकता है तो वो दूल्हा हो जाता है और सम्मान का भागीदार बन जाता है ऐसा क्यों ? देखिए समस्या क्या है हम लाख दहेज़ प्रथा को लेकर लड़के को उसके मां - बाप को कोश ले लेकिन सच्चाई है अगर दूल्हा बिकने को तैयार है तो तमाम खरीदार लाइन लगा  लोगो से सोर्स लगाकर अगर सरकारी नौकरी में लड़का है तो इसी बेटी का बाप दहेज रूपी बोली लगाना चालू कर देता है  समस्या का जड़ यह है कि इस देश में उन जगहों पर दहेज प्रथा ज्यादा है जहां - जहां लड़की का बाप अपने बेटी के साथ अन्याय करता है अगर एक बाप अपनी बेटी को बेटा के समान अपने प्रॉपर्टी में हिस्सा देने लगे तो दहेज प्रथा का अंत हो जाएगा लेकिन सच्चाई यह है कि अधिकांश जगह लड़की का बाप दहेज देकर लड़की को चाय में पड़ी मक्खी जैसा निकाल फेंकता है उसे बचपन से ही पराए घर की अमानत बता ना ही लड़की का बाप अपना नाम देता है ना ही कोई हिस्सा जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है की लड़की को...